भाई चन्द्रशेखर चकोर के ‘बरछाबारी’ के 19 वॉं अंक ला हम हमर पाठक मन बर इहॉं प्रकाशित करत हावंन, संगी मन ला हमर ये उदीम कइसे लागिस बताहू. आपमन के उछाह होही त, भाई चन्द्रशेखर चकोर ले, ये खातिर अनुमति लेके आघू के अंक मन ला हम अइनेहे प्रकासित करे के सरलग उदीम करबोन … संपादक.
पाना खुले म थोरकुन बेरा लगही त अगोर लेहू..